Answer on a page into 150-160 words
उत्तर – भूकंप एक प्रकृति आपदा है जो किसी भी समय किसी भी जगह आ सकता है। भूकंप की भविष्यवाणी करना लगभग असंभव है आज भी हम भूकंप की भविष्यवाणी नहीं कर सकते लेकिन हाँ एक काम हम जरुर कर सकते है की भूकंप किस जगह आया और इसका माप कितना था यह पता लगाया जा सकता है। भूकंप के बहुत सारे कारण हैं जिसमें से बहुत सारे कारणों की वजह मनुष्य और बढ़ती आबादी भी है इससे पृथ्वी पर परिवार तथा संतुलन में बिगड़ा होने से भी भूकंप आने की बहुत सारी संभावनाएं रहती है। भूकंप आने पर लोग इधर-उधर जाने लगते हैं जबकि लोगों को उस वक्त समझदारी से काम लेते हुए एक जगह ठहरना चाहिए।
भूकम्प के समय व्यक्ति की भूमिका - ऐसे समय में बाहर की ओर न भागें, अपने परिवार के सदस्यों को दरवाजे के पास टेबल के नीचे या यदि बिस्तर पर बीमार पड़े हों तो उन्हें पलंग के नीचे पहुँचा दें, खिड़कियों व चिमनियों से दूर रहें। घर से बाहर हों तो इमारतों, ऊँची दीवारों या बिजली के लटकते हुए तारों से दूर रहें, क्षतिग्रस्त इमारतों में दोबारा प्रवेश न करें।
भूकम्प का भी पूर्वानुमान लग सकेगा - टी.वी. रेडियो, इन्टरनेट से जहाँ तक सम्भव हो जुड़े रहें, अधिक वर्षा और अकाल जैसी प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान के बाद अब भूकम्प की भी भविष्यवाणी की जा सकेगी लेकिन इसका पता कम्प्यूटर पर काम कर रहे व्यक्ति को सिर्फ कुछ सेकेण्ड पहले ही लग सकेगा।
वाहन में हो - यदि कार या बस में सवारी करते समय आपको भूकम्प के झटके महसूस हों तो चालक से वाहन को एक तरफ करके रोकने को कहें, वाहन के भीतर ही रहें। और साथ ही साथ अपने आसपास के लोगों को भी अवगत कराएं कि वह एक सुरक्षित जगह पर जाकर खड़े हो जाए जहां पर कोई भी बिल्डिंग या कोई ऊंची इमारत ना बनी हो।
घरों में हो - जितनी जल्दी हो सके चूल्हे आदि सभी तरह की आग बुझा दें, हीटर बन्द कर दें, यदि मकान क्षतिग्रस्त हो गया हो तो बिजली, गैस व पानी बन्द कर दें। यदि घर में आग लग गई हो और उसे तत्काल बुझाना सम्भव न हो तो तत्काल निकलकर बाहर जायें। यदि गैस बन्द करने के बाद भी गैस के रिसाव का पता चले तो घर से फौरन बाहर चले जायें। पानी बचायें आपातकालीन स्थिति के लिये सभी बर्तन भरकर रख लें। पालतू जानवरों को खोल दें।
जरूरत पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर पर जल्द से जल्द कॉल करें अगर स्थिति खराब होती नजर आए तो लोगों को जल्द से जल्द अवगत करा कर उस जगह से निकलने का प्रयास करें।
भूकम्प के समय व्यक्ति की भूमिका - ऐसे समय में बाहर की ओर न भागें, अपने परिवार के सदस्यों को दरवाजे के पास टेबल के नीचे या यदि बिस्तर पर बीमार पड़े हों तो उन्हें पलंग के नीचे पहुँचा दें, खिड़कियों व चिमनियों से दूर रहें। घर से बाहर हों तो इमारतों, ऊँची दीवारों या बिजली के लटकते हुए तारों से दूर रहें, क्षतिग्रस्त इमारतों में दोबारा प्रवेश न करें।
भूकम्प का भी पूर्वानुमान लग सकेगा - टी.वी. रेडियो, इन्टरनेट से जहाँ तक सम्भव हो जुड़े रहें, अधिक वर्षा और अकाल जैसी प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान के बाद अब भूकम्प की भी भविष्यवाणी की जा सकेगी लेकिन इसका पता कम्प्यूटर पर काम कर रहे व्यक्ति को सिर्फ कुछ सेकेण्ड पहले ही लग सकेगा।
वाहन में हो - यदि कार या बस में सवारी करते समय आपको भूकम्प के झटके महसूस हों तो चालक से वाहन को एक तरफ करके रोकने को कहें, वाहन के भीतर ही रहें। और साथ ही साथ अपने आसपास के लोगों को भी अवगत कराएं कि वह एक सुरक्षित जगह पर जाकर खड़े हो जाए जहां पर कोई भी बिल्डिंग या कोई ऊंची इमारत ना बनी हो।
घरों में हो - जितनी जल्दी हो सके चूल्हे आदि सभी तरह की आग बुझा दें, हीटर बन्द कर दें, यदि मकान क्षतिग्रस्त हो गया हो तो बिजली, गैस व पानी बन्द कर दें। यदि घर में आग लग गई हो और उसे तत्काल बुझाना सम्भव न हो तो तत्काल निकलकर बाहर जायें। यदि गैस बन्द करने के बाद भी गैस के रिसाव का पता चले तो घर से फौरन बाहर चले जायें। पानी बचायें आपातकालीन स्थिति के लिये सभी बर्तन भरकर रख लें। पालतू जानवरों को खोल दें।
जरूरत पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर पर जल्द से जल्द कॉल करें अगर स्थिति खराब होती नजर आए तो लोगों को जल्द से जल्द अवगत करा कर उस जगह से निकलने का प्रयास करें।