can any one plz tell me the correct defination for akarmak and sakarmak kriya with examples
नमस्कार मित्र!
अकर्मक का अर्थ होता है अ (बिना)+ कर्म = बिना कर्म के अर्थात वह क्रिया जिसमें कर्म का उल्लेख नहीं होता है। जैसे राम पीता है। इसे वाक्य में कर्म नहीं लिखा गया है कि राम क्या पीता है। इसलिए यह अकर्मक क्रिया का उदाहरण है।
सकर्मक का अर्थ होता स (साथ)+ कर्म = कर्म के साथ अर्थात वह क्रिया जिसमें कर्म होता है। जैसे राम पानी पीता है। इस वाक्य में कर्म पानी है इसलिए यह सकर्मक क्रिया का उदाहरण है।
ढेरों शुभकामनाएँ!