Example of ????? shringar ras........ ?

मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
श्रृंगार रस- सभी कवियों का यह पसंदीदा रस है। यही कारण है कि हिन्दी काव्य साहित्य में इसका सबसे अधिक प्रयोग किया गया है। यह सभी रसों का राजा है। इसका स्थायी भाव रति होता है। इसके दो भेद संयोग तथा वियोग। यह इसलिए माना जाता है क्योंकि प्रेम की दो अवस्थाएँ होती हैं। वे हैं संयोग तथा वियोग।
श्रृंगार रस- राम को रूप निहारति जानकी,
                             कंकन के नग की परछाही।

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Example of viyog shringar ras ?
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इत लखियत यह तिय नहीं उत लखियत नहि पीय।
आपुस माँहि दुहून मिलि पलटि लहै हैं जीय॥
 
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