पिकनिक पर जाने के लिए या पुस्तक खरीदने के लिए पैसे मंगवाते हुए पिताजी को पत्र लिखिए . 

प्रिय मित्र!
  ऐसे प्रश्न स्व-रचनात्मक कौशल के अंतर्गत आते हैं, इन्हें स्वयं से करने की चेष्टा करनी चाहिए। आपको हम पत्र का प्रारूप दे रहे हैं, जिसको आधार बनाकर आप अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं- 
 
केन्द्रीय विद्यालय,
 
विवेक विहार,
 
नई दिल्ली
 
दिनांक: .............
 
आदरणीय पिताजी,
 
सादर प्रणाम!
 
आपका पत्र मिला। यह जानकर प्रसन्नता हुई कि घर में सभी सदस्य स्वस्थ हैं। मैं भी यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ। बहुत दिनों से मेरे मन में एक विचार चल रहा था। परन्तु परीक्षा परिणाम देखने के लिए रुकना पड़ा। आपको यह जानकर अत्यंत खुशी होगी कि मैं अपनी कक्षा में प्रथम श्रेणी में पास हुआ हूँ। मैंने अपनी कक्षा में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। मेरे द्वारा किया गया परिश्रम व्यर्थ नहीं गया है। मेरे सभी मित्र व अध्यापक सभी घूमने के विचार में है। मेरा भी विचार था कि मैं मित्रों के साथ पिकनिक जाऊं।
अत: आपसे निवेदन है कि कृपा करके चार हज़ार रुपए का इंतज़ाम कर, डाक द्वारा शीघ्र भिजवा दें।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। माताजी को प्रणाम कहिएगा एवं सोनाक्षी को प्यार। पत्र अवश्य लिखते रहिएगा। आपके पत्र का इंतज़ार रहेगा।
आपका आज्ञाकारी पुत्र,
 
अभिषेक
 
 
 
सादर।

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