मछली का जल के प्रती प्रेम को उदाहरन देकार समझाये    

Hi Rushikesh,
मछली का जल से प्रेम रहीम के इस उदाहरण के द्वारा स्पष्ट होता है-
जाल परे जल जात बहि, तजि मीनन को मोह।
रहिमन मछरी नीर को, तऊ न छाँड़ति छोह।।
 
तालाब/नदी/सागर में जाल फेंकने पर जल तो मछली को छोड़कर बाहर निकल जाता है परन्तु मछली जल का मोह ना छोड़ते हुए, उसके प्रेम में अपने प्राण को त्याग देती है।
 
आशा करती हूँ कि आपको, आपके प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
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