Please also solve this..!!!

मित्र आपसे अनुरोध है कृपया एक-एक करके प्रश्न पूछिए। हम आपको विश्वास दिलाते हैंं कि हम आपकेे सभी प्रश्नों के उत्तर देंगेे। आपका भेजा गया चित्र स्पष्ट नहीं है। तथापि हम उत्तर देने का प्रयास कर रहे हैं।

 लिखित और मौखिक भाषा।
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वैसे तो सांकेतिक भाषा भी इसी की प्रकार है परन्तु यह बहुत कम लोगों द्वारा प्रयोग में लाई जाती है इसलिए इसका इतना महत्व नहीं है।  मनुष्य अपने विचारों और भावों को प्रकट करने के लिए दो प्रकार से भाषा का प्रयोग करता है। वह या तो लिखता है या तो बोलता है। जब वह अपने मन की बातों या विचार को लिखता है, तो वह लिखित भाषा की श्रेणी में आती है। लिखित भाषा का प्रयोग करके मनुष्य ने अपने इतिहास को संजोकर रख पाया है। इस तरह मनुष्य ने लिखित भाषा के माध्यम से ज्ञान को संचित करना सीखा। आरंभ में मनुष्य अपने मन के भावों और विचारों को व्यक्त करना चाहता था। परन्तु भाषा न होने के कारण वह ऐसा कर नहीं पाया। धीरे-धीरे उसने इसमें महारत हासिल की और बोलना सीखा। मुख से बोलने के कारण यह मौखिक भाषा कहलाई। इन दोनों के बिना मनुष्य अधूरा है। 

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