Please answer 6,10 and 24.
प्रिय मित्र,
महाशय का समाज विग्रह = महान आशय | कर्मधारय समास
वृकोदर- वृक है, जिसका उदर। बहुव्रीहि समास
नराधम = अधम है जो नर | कर्मधारय समास
महाशय का समाज विग्रह = महान आशय | कर्मधारय समास
वृकोदर- वृक है, जिसका उदर। बहुव्रीहि समास
नराधम = अधम है जो नर | कर्मधारय समास