ranjak kriya kya hoti hai
रंजक क्रिया को सहायक क्रिया भी कहते हैं। रंजक क्रियाएँ अन्य क्रिया शब्दों के साथ लगकर अपना अर्थ खो देती हैं परन्तु उनके जुड़ने से मुख्या क्रिया में जो बदलाव आता है वह नवीन और विशेष होता है।
जैसे-
राम गाना गा चुका है।
हमारा घर बन गया।
वह सोचता रहता है।