sahayk kriya
रंजक क्रिया वह क्रिया होती है, जो मुख्य क्रिया के साथ लग अपना अर्थ खो देती है और मुख्य क्रिया में नवीनता लाती है। इसे सहायक क्रिया भी कहते हैं। जैसे-
वह जा चुका है।
इस वाक्य में जा मुख्य क्रिया है चुका रंजक क्रिया (सहायक) है।
रंजक क्रिया वह क्रिया होती है, जो मुख्य क्रिया के साथ लग अपना अर्थ खो देती है और मुख्य क्रिया में नवीनता लाती है। इसे सहायक क्रिया भी कहते हैं। जैसे-
वह जा चुका है।
इस वाक्य में जा मुख्य क्रिया है चुका रंजक क्रिया (सहायक) है।