tell me a easy way to learn these examples
मित्र आप हमारी साइट पर संधि के पाठ का ध्यानपूर्वक अध्ययन कीजिए। आपको संधि करने की समस्त नियमावली मिल जाएगी। बिना नियमों के यदि आप संधि करना सीखना चाहते हैं, तो यह संभव नहीं है। संधि के लिए आपको इसके नियमों को समझना और जानना होगा। जोकि बिना अभ्यास के जान सभंव नहीं है।
वैसे आप जानते ही हैं कि संधि तीन प्रकार की होती है- स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि।
स्वर संधि के भी पाँच भेद होते हैं- १. दीर्घ संधि, गुण संधि, वृद्धि संधि, यण् संधि और अयादि संधि।
दीर्घ संधि में संधि का यह नियम होता है-
क) आ+अ=आ- जैसे- विद्यालय- विद्या+ आलय
ख) अ+आ=आ- जैसे-देवालय- देव+आलय
ग) अ+अ=आ- जैसे- मतानुसार- मत+अनुसार
घ) आ+आ=आ-जैसे-महाशय- महा+ आशय
इसी तरह अन्य संधि के भी अलग-अलग नियम है। यह हमारी साइट पर उपलब्ध है कृप्या उसका अध्ययन करें। आप जब इसके नियमों को समझ जाएँगे संधि करना और समझना सरल हो जाएगा।