What is sangyukt kriya and muhya kriya?
साधारण शब्दों में कहें, तो जब एक से अधिक क्रिया किसी वाक्य में लगती हैं, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे- मैं घर जा रहा हूँ।
इस वाक्य में जा रहा हूँ संयुक्त क्रिया हैं। इसमें मुख्य क्रिया ‘जा’है। मुख्य क्रिया के बिना अन्य क्रिया शब्द अधूरे होते हैं और वाक्य की सार्थकता समाप्त हो जाती है। देखिए कैसे-
मैं घर रहा हूँ।
आपने देखा ‘जा’ के बिना रहा हूँ से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि मैं क्या कर रहा है। अतः ‘जा’मुख्य क्रिया है।