what is this karak
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
कारक का व्याकरण में बहुत महत्व है। संज्ञा तथा सर्वनाम शब्दों का आपस में संबंध स्थापित कारक करते हैं। सरल शब्दों में कहा जाए, तो ये इन्हें आपस में जोड़े रखते हैं। उदाहरण के लिए-
राम की बहन आ रही है।
आपने देखा कि इस वाक्य में 'राम' संज्ञा, 'बहन' संज्ञा तथा आ रही है 'क्रिया' शब्दों का आपस में संबंध 'की' कारक जोड़ रहा है। अतः आप समझ गए होंगे कि कारक किसे कहते हैं और कारक का क्या काम होता है?
का, के, की, में, ने, से, इत्यादि कारक के विभक्ति चिह्न कहलाते हैं।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
कारक का व्याकरण में बहुत महत्व है। संज्ञा तथा सर्वनाम शब्दों का आपस में संबंध स्थापित कारक करते हैं। सरल शब्दों में कहा जाए, तो ये इन्हें आपस में जोड़े रखते हैं। उदाहरण के लिए-
राम की बहन आ रही है।
आपने देखा कि इस वाक्य में 'राम' संज्ञा, 'बहन' संज्ञा तथा आ रही है 'क्रिया' शब्दों का आपस में संबंध 'की' कारक जोड़ रहा है। अतः आप समझ गए होंगे कि कारक किसे कहते हैं और कारक का क्या काम होता है?
का, के, की, में, ने, से, इत्यादि कारक के विभक्ति चिह्न कहलाते हैं।