कबीर द्वारा बताए गए 'मीठी वाणी' के महत्व को ध्यान में रखते हुए वाणी के सही और सार्थक प्रयोग पर बल देते हुए 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।

प्रिय विद्यार्थी , 

आपके प्रश्न का उत्तर है -
अनुच्छेद - वाणी का सार्थक प्रयोग 
हर व्यक्ति के लिए उसकी वाणी का बहुत बड़ा महत्व होता है । उसके वाणी के प्रयोग के आधार पर हम उसका चरित्र भी समझ सकते हैं । अगर कोई अच्छी बात भी हमें कड़वे शब्दों में कही जाती है , तो वह बात भी हमें उतनी अच्छी नहीं लगती है । किसी व्यक्ति की वाणी अगर मीठी हो , तो वह हमें अपनी ओर आकर्षित करती है । 
इस संदर्भ में कबीर का दोहा सटीक बैठता है । 
ऐसी वाणी बोलिए , मन का आपा खोई । 
अपना तन सीतल करें , औरन को सुख होई । । 
इस दोहे में कबीर कहना चाहते हैं कि मनुष्य को ऐसी वाणी बोलनी चाहिए , जो मन को अपने वश में कर ले । ऐसी वाणी से अपना तन और मन भी शीतल होता है और औरों को भी सुख मिलता है । 

इस के आधार पर आप अपना अनुच्छेद पूरा कर सकते हैं । अनुच्छेद लिखने में कोई परेशानी होने पर आप पूछ सकते हैं । इसके अलावा आप अपना उत्तर जाँचने के लिए भी भेज सकते हैं ।

आभार ।  

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i dont know it
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hahahahhaa
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