जयशंकर प्रसाद पर सचित्र वर्णन करें


मित्र हम आपको इस विषय पर जानकारी दे रहे हैं। चित्र आप स्वयं ढूँढकर लिखिए।
जयशंकर प्रसाद का जन्म 1890 में 30 जनवरी को हुआ था। सारयगोवर्धन नामक गाँव में हुआ था। यह काशी का एक गाँव है। इनके पिता का नाम देवीप्रसाद था। 17 वर्ष की आयु में ही माता-पिता का स्वर्गवास हो गया। इस घटना ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। सारे परिवार की ज़िम्मेदारी इनके सिर आ गई और स्थिति बदल गई। इन्होंने अपनी क्वींस कॉलेज से की। कुछ समय पश्चात इन्होंने घर में रहकर अध्यापन किया। इन्हें हिन्दी, उर्दू, फारसी तथा संस्कृत जैसी भाषा का ज्ञान था। ये प्रसिद्ध साहित्यकार थे। 
छायावाद एक हिन्दी साहित्य की काव्यधारा का नाम है। इस काव्यधारा ने काव्य लिखने की पुरानी शैली को तोड़कर एक नई शैली का विकास किया था। यह थी मुक्तक काव्य धारा। पहले जो भी कविता लिखी जाती थी वह छंदोबद्ध (श्लोकबद्ध या पद) रूप में हुआ करती थी। परन्तु इन कवियों ने इस परपंरा को तोड़कर कविता को मुक्त रूप से लिखना आरंभ किया था। इसमें जयशंकर प्रसाद, निराला, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी मुख्य आधार स्तंभ माने जाते हैं। जयशंकर प्रसाद ने  नाटक, कहानी, उपन्यास तथा निबंध लिखे। 48 वर्ष की अल्पायु में ही यह इस संसार को छोडकर चले गए।

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