Hindi. . . .
उत्तर–
रमा– राधा, कल से तो गर्मी की छुट्टियां शुरु है तुमने इस बार छुट्टियों में कहां जाने की सोची है?
राधा– हां रमा, मैं तो बहुत खुश हूं कि कल से छुट्टियां शुरू हो रही है मैं अपने परिवार के साथ हिमांचल घूमने जा रही हूं।
रमा– अरे वाह तुम तो बहुत ही प्यारी जगह घूमने जा रही हो ।वहां खूब मजे करना।
राधा– हां, इस बार पूरे परिवार ने मिलकर यह फैसला लिया कि कहीं घूमने चलते हैं और इसी बहाने सबका मिलना भी हो जाएगा।
रमा– यह तो बहुत अच्छी बात है ऐसे ही परिवार में कभी-कभी सब को मिलते हैं ना चाहिए इससे हमेशा एक जुड़ाव और यादें दोनों बनी रहती है।
राधा– हां और तुम कहां जा रही हो इन छुट्टियों में?
रमा– मैं भी अपनी नानी के घर जा रही हूं उत्तराखंड में।
राधा– अरे वाह तुम्हें भी तो अपने घर वालों से मिले हुए मतलब अपने ननिहाल गए हुए बहुत वक्त हो गया है। तुम भी पहाड़ों में जाकर खूब मजे करना।
रमा– हां राधा इस बार मुझे सच में अपनी नानी से मिले हुए वक्त हो गया है इसीलिए मैंने और मेरी मां ने यह सोचा कि इस बार की छुट्टियां हम नानी के साथ उनके घर में बिताएंगे।
राधा– चलो हम दोनों ही पहाड़ों में घूमने जा रहे हैं आकर दोनों बैठ कर खूब बातें करेंगे कि हमने अपनी-अपनी जगहों में क्या कुछ नया देखा।
रमा– हां जरूर चलो चलते हैं अब हम छुट्टियों के बाद ही एक दूसरे से मिलेंगे अपना और सब का घर पर ध्यान रखना।
राधा– हां और तुम भी अपना ध्यान रखना और कभी वक्त मिले तो फोन जरूर करना।
रमा– हां तुम भी चलो मिलते हैं अब।अलविदा !
राधा– बाई।
रमा– राधा, कल से तो गर्मी की छुट्टियां शुरु है तुमने इस बार छुट्टियों में कहां जाने की सोची है?
राधा– हां रमा, मैं तो बहुत खुश हूं कि कल से छुट्टियां शुरू हो रही है मैं अपने परिवार के साथ हिमांचल घूमने जा रही हूं।
रमा– अरे वाह तुम तो बहुत ही प्यारी जगह घूमने जा रही हो ।वहां खूब मजे करना।
राधा– हां, इस बार पूरे परिवार ने मिलकर यह फैसला लिया कि कहीं घूमने चलते हैं और इसी बहाने सबका मिलना भी हो जाएगा।
रमा– यह तो बहुत अच्छी बात है ऐसे ही परिवार में कभी-कभी सब को मिलते हैं ना चाहिए इससे हमेशा एक जुड़ाव और यादें दोनों बनी रहती है।
राधा– हां और तुम कहां जा रही हो इन छुट्टियों में?
रमा– मैं भी अपनी नानी के घर जा रही हूं उत्तराखंड में।
राधा– अरे वाह तुम्हें भी तो अपने घर वालों से मिले हुए मतलब अपने ननिहाल गए हुए बहुत वक्त हो गया है। तुम भी पहाड़ों में जाकर खूब मजे करना।
रमा– हां राधा इस बार मुझे सच में अपनी नानी से मिले हुए वक्त हो गया है इसीलिए मैंने और मेरी मां ने यह सोचा कि इस बार की छुट्टियां हम नानी के साथ उनके घर में बिताएंगे।
राधा– चलो हम दोनों ही पहाड़ों में घूमने जा रहे हैं आकर दोनों बैठ कर खूब बातें करेंगे कि हमने अपनी-अपनी जगहों में क्या कुछ नया देखा।
रमा– हां जरूर चलो चलते हैं अब हम छुट्टियों के बाद ही एक दूसरे से मिलेंगे अपना और सब का घर पर ध्यान रखना।
राधा– हां और तुम भी अपना ध्यान रखना और कभी वक्त मिले तो फोन जरूर करना।
रमा– हां तुम भी चलो मिलते हैं अब।अलविदा !
राधा– बाई।