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उत्तर :-
अट नहीं रही है कविता के अनुसार फागुन का मौसम बहुत ही मनोरम और मनमोहक होता है । इस मौसम में चारों ओर का दृश्य हरियाली से भरा हुआ नजर आता है और साथ ही पूरे वातावरण में एक मनमोहक सी सुगंध फैली रहती है, जो हमें मंत्रमुग्ध कर देता है । इस महीने में पेड़ों और फूलों में बहार आई हुई होती है, पेड़ों पर हरे और लाल पत्ते बहुलता में आ जाते हैं । और बारिश इस मौसम की आभा को और भी बढ़ा देती है । फागुन की इसी सुंदरता के कारण कवि की आँख इससे नहीं हट रही है ।
अट नहीं रही है कविता के अनुसार फागुन का मौसम बहुत ही मनोरम और मनमोहक होता है । इस मौसम में चारों ओर का दृश्य हरियाली से भरा हुआ नजर आता है और साथ ही पूरे वातावरण में एक मनमोहक सी सुगंध फैली रहती है, जो हमें मंत्रमुग्ध कर देता है । इस महीने में पेड़ों और फूलों में बहार आई हुई होती है, पेड़ों पर हरे और लाल पत्ते बहुलता में आ जाते हैं । और बारिश इस मौसम की आभा को और भी बढ़ा देती है । फागुन की इसी सुंदरता के कारण कवि की आँख इससे नहीं हट रही है ।