Please give me some examples of pad parichay....plzz its very urgent plzz plzzplzzz plzzz
जब हम कोई वाक्य लिखते हैं, तो उसमें लिखे शब्दों को पद कहते हैं। हम इन्हीं शब्दों का व्याकरणिक परिचय देते हैं अर्थात् यह शब्द किसके (क्रिया, संज्ञा, लिंग, वचन, सर्वनाम, कारक, क्रिया आदि) अन्दर आता है आदि की जानकारी देते हैं, तो वह पद परिचय कहलाता है; जैसे-
रामने खाना खाया।
इस शब्द में राम का पद परिचय देना है तो देखिए-
(1) सबसे पहले राम, व्यक्तिवाजक संज्ञा है क्योंकि यह किसी का नाम है।
(2) दूसरे यह एकवचन शब्द है क्योंकि सिर्फ इससे एक व्यक्ति का पता चलता है।
(3) तीसरे यह पुल्लिंग शब्द है क्योंकि यह एक पुरूष का नाम है।
(4) चौथे यह कर्ता कारक है क्योंकि यह कार्य को करने वाला है।
(5) पाँचवा यह क्रिया का भी कर्ता है क्योंकि इसी के कारण क्रिया पूरी हो रही है।
आपने देखा की हमने अभी तक व्याकरण में जो कुछ भी सिखा है, उन सब का प्रयोग कर इस शब्द की पूरी जानकारी दी गई है। एक पद-परिचय के लिए आपको व्याकरण का पूरा ज्ञान होना आवश्यक है। यदि आपको व्याकरण का सही ज्ञान नहीं है, तो आपका दिया परिचय गलत हो जाएगा।
रामने खाना खाया।
इस शब्द में राम का पद परिचय देना है तो देखिए-
(1) सबसे पहले राम, व्यक्तिवाजक संज्ञा है क्योंकि यह किसी का नाम है।
(2) दूसरे यह एकवचन शब्द है क्योंकि सिर्फ इससे एक व्यक्ति का पता चलता है।
(3) तीसरे यह पुल्लिंग शब्द है क्योंकि यह एक पुरूष का नाम है।
(4) चौथे यह कर्ता कारक है क्योंकि यह कार्य को करने वाला है।
(5) पाँचवा यह क्रिया का भी कर्ता है क्योंकि इसी के कारण क्रिया पूरी हो रही है।
आपने देखा की हमने अभी तक व्याकरण में जो कुछ भी सिखा है, उन सब का प्रयोग कर इस शब्द की पूरी जानकारी दी गई है। एक पद-परिचय के लिए आपको व्याकरण का पूरा ज्ञान होना आवश्यक है। यदि आपको व्याकरण का सही ज्ञान नहीं है, तो आपका दिया परिचय गलत हो जाएगा।